28 March 2022

August 2022 Praveshika Expected Question Paper

 

 August 2022 Praveshika Expected Question Paper

प्रवेशिका – 1  PRAVESHIKA-1

1. किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखिए :

(नवीन पद्य चयनिका - 1) (5 out of 8) (5 x 2 = 10)

      (1) कवि मैथिलीशरण गुप्त पशु-प्रवृत्ति किसे कहते हैं ?

      (2) दधिचि ने किसके लिए अपना अस्थिजाल दिया ?

      (3) कवि मैथिलीशरण गुप्त किनको उदार मानते हैं ?

      (4) कवि प्रसाद के अनुसार अनजान क्षितिज को कहीं पहुँचने पर सहारा मिलता है ?

      (5) कवि उड़ते खगों के पंखों की तुलना किससे करते हैं ?

      (6) मनोहर तरुशिखा किसपर नाच रही है ?

      (7) बादल के जनक कौन और सहोदर कौन-कौन हैं ?

      (8) कवयित्री बादल के श्याम तन का परिधान किसे कहती हैं ?

      (9) धरती के रोम-रोम में कौन समा हुआ है ?

      (10) जग-जीवन के बारे में कवि पंत का विचार क्या है ?

      (11) चिरंतन जीवन-चक्र‘ कविता के अनुसार बढ़ती घृणा को किससे भरा जा सकता है?

      (12) कवि पंत के अनुसार दूसरों का अवगुण कैसे दूर किया जा सकता है ?

      (13) ‘निरालाजी’ क्यों ऐसा कहते हैं कि उनका अंत अभी न होगा ?

      (14) 'निराला' कैसे प्रत्यूस जगाएँगे ?

      (15) ‘निराला’ पुष्प-पुष्प से किसे खींच लेंगे ?

      (16) ‘ बच्चन ‘ चिड़िया पर कविता क्यों लिखना चाहते थे ? 

     (17) क्या ‘ बच्चन ‘ के शब्दों में चिड़िया के कंठ का संगीत है ?

     (18) ‘ बच्चन ‘ अंत में मौन क्यों हुए ?

     (19) ‘ दिनकर ‘ के अनुसार विपत्ति किसको दहलाती है ?

     (20) क्या आदमी के मग में कोई विघ्न टिक सकता है ?

     (21) पत्थर कब पानी बनता है ?

     (22) सुभद्राकुमारी चौहान अपने प्रियतम के पास क्यों जाना चाहती हैं ?

     (23) निश्चित मार्गकी कवयित्री अपने प्रियतम को किन-किन शब्दों से संबोधित करती हैं?

     (24) सुभद्राकुमारी चौहान अपने निश्चित मार्ग पर कैसे अडी हैं ? 


2. किसी एक कवि का परिचय दीजिए:                                            

  à(नवीन पद्य चयनिका - 1) (1 out of 3) (1 x 5 = 5)

(1) जयशंकर प्रसाद

(2) सुमित्रानंदन पंत  

(3) सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’  

(4) हरिवंश्‍राय बच्चन                                             

3. किसी एक कविता का सारांश लिखिए :  

(नवीन पद्य चयनिका - 1)

 (1 out of 3) (1 x 10 = 10)


(1) मनुष्यता 

(2) श्यामल बादल    

(3) चिरंतन जीवन चक्र  

(4) अनंत द्वार 


4. किन्हीं दो पध्यांशों का संदर्भ सहित भाव समझाइये: 

(नवीन पद्य चयनिका - 1) (2 out of 4) (2 x 5 = 10)

(1) क्षुधार्थ रतिदेव ने दिया करस्थ थाल थी,

          तथा दधिचि ने दिया परार्थ अस्थिजाल भी |

      उशीनर क्षितीश ने स्वमांस दान भी किया,

          सहर्ष वीर कर्ण ने शरीर-चर्म भी दिया |

      अनित्य देह के लिए अनादि जीव क्या ड्ररे ?

          वही मनुष्य है कि जो मनुष्य के लिए मरे ||


(2) लघु सुरधनु से पंख पसारे शीतल मलय समीर सहारे |

   उड्ते खग जिस ओर मुँह किए समझ नीड निज प्यारा ||  

 

(3) हेम कुंभ ले उषा सवेरे भरती ढुलकाती सुख मेरे |

    मदिर ऊँघते रहते जब जगकर रजनी भर तारा ||

  

 (4)   हम बादल कहते सरिता-सर,

       कण कण कहता हम उसका गर,

       समा गया है वह चिर उज्जवल !

       करुणामय चिरजीवी बादल !


 (5)  बन शांत, धीर, क्षमातामय,    

     बन स्नेही, सहृदय, सहचर,     

     गुण-दोष-युक्त्त जग-जीवन     

     निज गुण से पर-अवगुण हर !  

                                 

 (6) निश्चल आत्मा है अक्षय,

  निश्चल मृण्मय तन नश्वर

  यह जीवन चक्र चिरंतन,

    तू हँस-हँस जी, हँस-हँस मर  

 

(7) हरे-हरे ये पात,               

    डालियाँ, कलियाँ, कोमल गात | 

    मैं ही अपनी स्वप्न-मृदुल-कर    

    फ़ेरूँगा निद्रित कलियों पर          

      जगा एक प्रत्यूष मनोहर |  


 5. किन्हीं दो पध्यांशों का संदर्भ सहित भाव समझाइये:                                 

(नवीन पद्य चयनिका - 1) (2 out of 4) (2 x 5 = 10)

(1)   मैंने यह माना कि तू है मादरे नौए बशर |

   एक-एक जर्रे में सौ आलम बसा सकती है तू ||

   फितरते खल्लाक के जौहर दिखा सकती है तू |

     गौतम और ईसा को फिर दुनिया में ला सकती है तू || 


(2)    सारे जहाँ पै जब था सर्जमीं हमारी |

     चश्मो-चिरागे आलम थी सरजमीं हमारी |

     गौतम ने आबरू दी इस मुआबिदे कुहन को

     सींचा लहू से अपने राना ने इस चमन को |

  

(3)  सारे जहाँ पै जब था वहशत का अब तारी, 

   चश्मो-चिरागे आलम थी सरज़मीं हमारी। 
   गौतम ने आबरू दी इस मुआबिदे कुहन को 
   सींचा लहू से अपने राना ने इस चमन को । 

       

 

(4)  गरज हर ऐश का रास्ता है मंजिल से मुसीबत की,

     मुसीबत झेल्कर दहकान भी काचार बनता है |

     हथेली पर जो रख-लें जाँ उसीकी कामयाबी हैं ;

     जो रख दे दार पर सर, बस, वही सरदार बनता है |

 

(5)  समुंदर में फ़ना होते हैं करते अब्र नेसाँ के,

  बडी दुश्वारियों से तब दुरे-शहवार बनता है |

  हजारों हस्तियाँ जब खाल में मिलती हैं बीजों की,

    कहीं तब इक जरा-सा तख्त-ए-गुलजार बनता है |


(6) हम तुम्हारो सुमिरन करैं, तुम मोहिं चितवौ नाहिं |

    सुमिरन मन की प्रीति है, सो मन तुम्हीं माहिं ||


(7) हीरा परा बजार में, रहा छार लपटाय |
   बहुतक मूरख चलि गये, पारखि लिया उठाय ||

(8) दुख में सुमिरन सब करैं, सुख में करै न कोय |
   जो सुख में सुमिरन करै, तो दुख काहे होय ||
 
(9) छिमा बडन को चाहिए, छोटन को उत्पात | 
      कहा विष्णु को घटि गयो, जो भृग मारी लात ||    

(10) कथनी थोथी जगत में, करनी उत्तम सार |

    कह कबीर करनी सबल, उतरे भौजल पार ||

    

(11) बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय |

    जो दिल खोजा आपना, मुझसा बुरा न कोय || 


(12) माला फ़ेरत जुग भया, फ़िर न मन का फ़ेर|

   कर का मनका डारि दे, मन का मनका फ़ेर||

 

(13) बाँबी कूटे बावरे, साँप न मारा जाय |    

       मूरख बाँबी ना डसे, सर्प सबन को खाय ||   

         

(14) सीतल शब्द उचरिये, अहम आनिये नाहिं |

    तेरा प्रीतम तुज्झ में, सत्रू भी तुझ माहिं ||


6. कंठस्थ पध्यांश ज्यों का त्यों लिखिए :

(नवीन पद्य चयनिका – 1) (2 x 2½ = 5)

(1) बिगरी बात ............... माखन होय ||      

(2) तरुवर फल  ............... सँचहिं सुजान ||   

(3) धनि रहीम ............... पियासो जाय ||

(4) एकै साधे  ............... फलहिं अघाय || 

(5) जो रहीम ............... रहत भुजंग ||    

(6) रहिमन याचकता ............... आँगुर गात || 

(7) बड़े बड़ाई ............... मेरो मोल ||

(8) रहिमन जिह्वा ............... खात कपाल||

(9) जाल परे ............... छाँडत छोह ||

(10) जब लगि ............... रिपु होई ||


7. किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर पाँच-पाँच वाक्यों में लिखिए :

(नवीन गद्य चयनिका – 1) (3 out of 5) (3 x 5 = 15)

(1) भारत की चर्चा नेहरू जी कब और किससे करते थे ?

(2) भारत माता के प्रति नेहरू जी के क्या विचार थे ?

(3) लेखक ने टार्च बेचनेवाली कंपनी का नाम ‘सूरज छाप’ क्यों रखा ?

(4) पाँच साल बाद दोनों दोस्तों की मुलाकात किस परिस्थिति में हुई ?

(5) प्रेमचंद के साहित्यिक जीवन के बारे में लिखिए ?

(6) प्रेमचंद की रचनाओं की विषय-वस्तु कौन-सी है ?

(7) समाज के प्रति प्रेमचन्द की सहानुभूति का वर्णन कीजिए ?

(8) दुनिया के महान आश्चर्यों में ताजमहल की गणना क्यों की जाती है ?

(9) मुमताज ने अपने पति से क्या कहा और ताजमहल को किस बात का डर है ?

(10) ताजमहल का ह्रदय क्यों विदीर्ण होता है और वह क्या चाहता है ?

(11) व्यक्तित्व के अभाव में व्यक्ति का हाल क्या होता है ?

(12) व्यक्तित्व की जरूरत जीवन के किन-किन क्षेत्रों में होती है ?

(13) अच्छी आदतों से बाहरी और भीतरी जीवन का मेल मनुष्य के जीवन में कैसा असर डालता है? 

(14) प्रसाद जी की दिनचर्चा के बारे में लिखिए |

(15) प्रसाद के उपन्यासों के बारे में पाँच वाक्य लिखिए |

(16) प्रसाद की कहानियों और उनकी भाषा के बारे में अपना विचार व्यक्त कीजिए |

(17) पत्रिका क्षेत्र के संबंध में द्विवेदी जी का दृष्टिकोण क्या था ?

(18) चुनाव के समय नेताओं के वोट माँगने का तरीका बताइए |


8. किन्हीं दो पर टिप्पणियाँ लिखिए :

(नवीन गद्य चयनिका – 1) (2 out of 4) (2 x 5 = 10)

    (1) अंधकार और प्रकाश

    (2) प्रेमचन्द के साहित्य पर आर्थिक समस्याओं का प्रभुत्व   

    (3) प्रेम ईश्वरीय सृष्टि की सबसे बड़ी विभूति है :

    (4) प्रसादजी के नाटक

    (5) द्विवेदी ने नौकरी पर लात मार दी                   

    (6) चुनाव का मौसम


9. किसी एक पाठ का सारांश लिखिए :

               à(नवीन गद्य चयनिका – 1) (1 out of 3) (1 x 10 = 10)


(1) भारत माता             

 (2) प्रेमचन्द     

(3) व्यक्तित्व  

(4) मेरी तीर्थ-यात्रा     

(5) लोभ 


10. किन्हीं तीन की संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए :   

(नवीन गद्य चयनिका – 1) (3 out of 5) (3 x 5 = 15)

(1) में उन्हें सोवियत यूनियन में होनेवाली अचरज-भरी तब्दीलियों का हाल भी बताता और कहता कि अमेरीका ने कैसी तरक्की की है।

(2) मैंने इस बात की कोशिश की कि लोग सारे हिन्दुस्तान के बारे में सोचें और कुछ हद तक इस बडी दुनिया के बारे में, जिसके हम जुज हैं |

(3) आपने तो देखा ही है साहब कि लोग मेरी बातें सुनकर कैसे डर जाते थे | भर-दोपहर में वे अँधेरे के डर से काँपने लगते थे | आदमी को ड्राना कितना आसान है | 

(4) तुम शायद संन्यास ले रहे हो | जिसकी आत्मा में प्रकाश फ़ैल जाता है, वह इसी तरह हरामखोरी पर उत्तर आता है |

(5) उस युग के आदर्शवाद ने जिसका मूल आधार था जनवाद, उनको निश्चय ही प्रभावित किया, परंतु उनका यह आदर्शवाद अथवा जनवाद स्वभावजात था, युग-प्रथा मात्र नहीं था।

(6) सामाजिक और आर्थिक आचरण के नीचे आखिर पूँजीवादी भी तो मनुष्य है, जो उसी तरह दुख-दर्द का शिकार है जिस तरह मजदूर |

(7) प्रेम की पवितेता एवं तल्लीनता का मैं स्मारक हूँ | भेद-भावों में पडे मनुष्यों को मैं यह संकेत कर रहा हूँ कि प्रेम ईश्वरीय सृष्टि की सबसे बडी विभूति है |

(8) योगी की समाधि की तरह में आगरे में यमुना के किनारे अपनी स्मृतियों को संजोने का प्रयत करता हूँ।

(9) कला कुछ व्यक्तियों का ही नहीं, कुछ जातियों तक का स्वभाव हो जाता है।

(10) ये सब कठिनाइयाँ, यह स्वभाव की खराबियाँ हममें तभी जन्म लेती या फ़ूलती-फ़लती हैं, जब हम बाहरी जीवन को भीतरी जीवन के प्रति उत्तरदायी न मानकर अपनी दुनिया बनाने बैठते हैं|

(11) अच्छी आदतों से व्यक्ति बनता है, ठीक है | किन्तु उनकी अच्छी आदतों से बाहरी और भीतरी जीवन के मेल-मिलाये रहें, यही मेल मनुष्य के जीवन में आकर्षण, प्रकाश और विश्वास पैदा करता है |

(12) उनकी महानता यह थी कि वे कडी आलोचना करनेवाले लोगों से भी नाराज नहीं होते थे |

(13) जातिगत जन्म-व्यवस्था का तिरस्कार कर कर्म को ही आधार-स्तंभ माना है | क्योंकि मानवीय विकास का कर्म ही एकमात्र साधन है |

(14) प्रकृति अपने नियमों की अवहेलना को सहन नहीं कर सकती, जो ऐसा करता है, दण्ड पाता है|

 


प्रवेशिका – 2         

PRAVESHIKA-2

1. किन्हीं दो पर टिप्पणियाँ लिखिए :     

(सत्य का स्वर) (2 out of 4) (2 x 5 = 10)

(1) माँ बाप और जन्म
(2) लडकपन       
(3) हाई स्कूल में  
(4) मांसाहार का मुल्तवी
(5) धर्मों के प्रति समभाव       
(6) डाँ. मेहता का उपदेश


2. किसी एक का सारांश लिखिए: 

(सत्य का स्वर) (1 out of 3) (1 x 10 = 10)

(1) माँ-बाप और जन्म    
(2) हाई स्कूल में       
(3) विवाह और मांस-भक्षण  
(4) आँखें खुलीं
(5) धर्म की झलक       
(6) तीन प्रतिज्ञाएँ


3. किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखिए :

(सत्यमेव जयते) (5 out of 8) (5 x 2 = 10)

(1) हरिश्चंद्र कहाँ का राजा था ?

(2) वशिष्ठ ने त्रिशंकु को क्यों स्वर्ग नहीं भेजा ?

(3) विश्वामित्र के आश्रम में किसका उपद्रव बहुत बढ़ गया था ?

(4) विश्वामित्र ने किसके लिए महान यज्ञ करने का संकल्प किया था ?

(5) चंद्रमति ने कौन-सा स्वप्न देखा ?

(6मनुष्य का सबसे बड़ा महत्वपूर्ण कर्तव्य क्या है ?

(7) हरिश्चंद्र ने अपना वचन  पूरा करने के लिए विश्वामित्र से कितना समय मांगा ?

(8) भगवान शंकर ने स्वप्न में दर्शन देकर चंद्रमती से क्या कहा ?

(9) चन्द्रमती के कथन के अनुसार पत्नी का परम कर्तव्य क्या है ?

(10) हरिश्चंद्र अन्त में अपना वचन निभाने क्या करने तैयार हुआ ?

(11) नक्षत्रक ने हरिश्चंद्र का दिया हुआ धन खो जाने का झूठा कारण क्या बताया ?

(12) चंद्रमती को काशी में किसने दासी के रूप में खरीदा ?

(13) चंडी किसकी पत्नी थी ?

(14) रोहित जंगल में क्यों गया ?

(15) केशव और माधव कौन थे ?

(16) हरिश्चंद्र ने चंद्रमती  से दहन-शुल्क के रूप में क्या मांगा ?

(16) चंद्रमती को किस अपराध पर मृत्यु-दंड दिया गया ?

(17) ‘सत्यमेव जयते का मतलब क्या है ?


4. किसी एक पर टिप्पणियाँ लिखिए : 

(सत्यमेव जयते) (1 out of 3) (1 x 5 = 5)

   (1)  रोहित

   (2)  सुन्दरी

   (3)   चंडी         

 

5. किसी एक पात्र का चरित्र - चित्रण कीजिए :

(सत्यमेव जयते) (1 out of 3) (1 x 10 = 10)  

(1) विश्वामित्र           

(2)  चन्द्रमती                                 

 

6. वचन बदलिए:   (Refer Madhyama and Rashtrabasha Books) (1 x 5 = 5)


7. लिंग बदलिए : (Refer Madhyama and Rashtrabasha Books) (1 x 5 = 5)                        


8. किन्हीं तीन की संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए :    

(सत्यमेव जयते) (3 out of 6) (3 x 5 = 15)   

(1) अनजान में भी मुँह से निकले वचन का वे पालन करते हैं। वे सत्य की ओर इस प्रकार आकृष्ट होते हैं जैसे चुंबक के आकर्षण से लौहखंड खिंचकर चला आता है।

(2) सांसारिक झंझटों में पडे हुए एक साधारण राजा से सत्य का पालन कभी संभव नहीं हो सकता | पाताल क्या आकाश को कभी छू सकता है |
(3) कामिनी और कंचन के मोह में पडकर बडे-बडे महात्माओं तक का भी संयम छूट जाता है | 
(4) क्या आप यह नहीं जानते कि न्याय की रक्षा बडा दुस्तर कार्य है | उसपर धन की थाथी और भी भार-रूप लगती है | न जाने कब क्या हो जाए ? मानव का मन बडा चंचल है |
(5) हरिश्चन्द्र यदि वचन देता है तो सदा के लिए देता है | आप जब चाहें तब ले जाएँ | मुझे कोई आपत्ति नहीं है |   
(6) शास्त्र-चर्चा और नियम-निर्धारण करना शास्त्रोपजीवी क्षत्रियों का नहीं, बल्कि विश्वहितैषी हम-जैसे ऋषियों का काम है |

(7) जो राष्ट्र-वृक्ष अब तक आपके सुशासन में फ़ूलता-फ़लता रहा, वह अब ऋषि के शासन में मुरझाकर नष्ट हो जाएगा |

(8) ये ऋषि सर्प हैं | सर्प से यह कहा जाए कि वह सीधी चाल चले, तो क्या वह ऐसा कर सकेगा ? सर्प सर्प ही है ?

(9) समय पर खाना नहीं मिलता; कहीं विश्राम नहीं; बस, चलना ही चलना है | चलते-चलते देखो, मेरे पाँव कैसे सूज गये हैं |


8. किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखिए :

(हिन्दी व्याकरण प्रवेशिका - 1) (5 out of 8) (5 x 2 = 10)

(1) भाषा किसे कहते हैं ?

(2) वर्णमाला किसे कहते हैं ? हिंदी वर्णों के प्रकार क्या-क्या हैं ?

(3) संज्ञा की परिभाषा दीजिए ?

(4) वचन किसे कहते हैं ? उसके प्रकार क्या-क्या हैं ?

(5) कारक किसे कहते हैं ?

(6) सर्वनाम के कितने भेद हैं और वे क्या-क्या हैं ?

(7) ‘कोई’ और ‘कुछ’ निश्चयवाचक सर्वनाम हैं या अनिश्चय्वाचक सर्वनाम है ?

(8) निर्देशक सर्वनाम का दूसरा नाम क्या है ?

(9) नामधातु किसे कहते हैं ?

(10) ‘यह तस्वीर पिताजी ने खींची’ – यह वाक्य कर्तुवाच्य है या कर्मवाच्य ?

(11) काल किसे कहते हैं ?

(12) प्रमुख रूप से काल के कितने भेद हैं ? वे क्या-क्या हैं ?

(13) विस्मयादिबोधक शब्द विकारी हैं या अविकारी ?

(14) ‘ने’ का प्रयोग किस काल में किया जाता है ?

(15) वाक्य को निषेधात्मक या नकरात्मक रूप देने के लिए किस शब्द का प्रयोग किया जाता है ?


 8. किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर सविस्तार लिखिए : 

(हिन्दी व्याकरण प्रवेशिका - 1) (4 out of 6) (5 x 4 = 20)

(1) व्याकरण की परिभाषा देते हुए हिंदी व्याकरण के प्रकारों को समझाइए | 

(2) व्युत्पति की दृष्टि से शब्द के भेद क्या-क्या हैं ? सविस्तार उत्तर दीजिए ?

(3) रचना की दृष्टि से शब्दों के भेदों पर उदाहरण सहित प्रकाश डालिए ?

(4) भाववाचक संज्ञा की परिभाषा देते हुए सोदाहरण लिखिए कि भाववाचक संज्ञाएँ किन-किन शब्दों से बनती हैं ?

(5) लिंग की परिभाषा देते हुए, सोदाहरण लिखिए, कि लिंग के कितने प्रकार है और वे दया क्या है?

(6) न की परिभाषा देकर उसके भेदों पर सविस्तार लिखिए।

(7) कारक की परिभाषा क्या है, उसके कितने प्रकार हैं, सोदाहरण समझाइए ।

(8) सर्वनाम किसे कहते हैं? उसका उपयोग बताकर उसके भेदों पर प्रकाश डालिए ?

(9) विशेषण की परिभाषा देते हुए उसके भेदों को सोदाहरण समझाइए |

(10) क्रिया की परिभाषा देकर कर्म की दृष्टि से क्रिया के भेदों को सोदाहरण समझाइए |

(11) भूतकाल किसे कहते हैं ? भूतकाल के कितने प्रकार हैं और वे क्या-क्या हैं ? उदाहरण सहित समझाइए |

(12) क्रिया विशेषण की परिभाषा देते हुए उसके भेदों को सोदाहरण समझाइए |

(13) ‘ने’ नियम विस्तार से लिखिए |




प्रवेशिका – 3   PRAVESHIKA-3

भाग-I

1.किसी एक विषय पर निबंध लिखिए : 

(हिन्दी रत्नाकर) (1 out of 4) (1 x 15 = 15)

1) परिश्रम का महत्व

2) भारत के नवनिर्माण में युवकों का योगदान

3) परोपकार

4) भारत की भावात्मक एकता   

5) महात्मा गांधी

6) दीपावली


2. पत्र लेखन: (हिन्दी रत्नाकर) (1 out of 2) (1 x 10 = 10)

(1) मान लीजिए कि आप वीर सावर्कर नेशनल हायर सेंकडरी स्कूल, मैसूर के विद्यार्थी हैं और बुखार के कारण दो दिन छुट्टी लेना चाहते हैं | इस विवरण के आधार पर स्कूल के प्रचार्य को एक छुट्टी-पत्र लिखिए |

(2) नौकरी की मांग करते हुए प्रधान सचिव, दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा, चेन्नै को एक प्रार्थना-पत्र लिखिए |

(3) तमिलनाडु मोटर्स लिमिटेड की ओर से लेखाकार की आवश्यकता पर विज्ञापन देते हुए नवभारत टाइम्स को एक पत्र लिखिए |

(4) मुख्य सचिव, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से शिक्षा संचालक, उत्तर प्रदेश राज्य को एक सामान्य सरकारी पत्र लिखिए कि राज्य की हिंदी समाज सेवी पंजीकृत संस्थाओं की जाँच की जाए और रिपोर्ट मंत्रालय को यथाशीघ्र भेजी जाए।

(5) गृह मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से अन्य सभी मंत्रालयों को एक कार्यालय ज्ञापन तैयार कीजिए कि सभी मंत्रालयों के कर्मचारियों को हिंदी प्रशिक्षण योजना में सम्मिलित होने का प्रोत्साहन और सुविधा दी जाए।


3. निम्नलिखित गद्यांश को संक्षेप में लिखिए:   (हिन्दी रत्नाकर) (1 x 5 = 5)


4. अपनी प्रांतीय भाषा में अनुवाद कीजिए :     (हिन्दी रत्नाकर) (1 x 10 = 10)


5. हिन्दी में अनुवाद कीजिए :               (हिन्दी रत्नाकर) (1 x 10 = 10)



भाग-II

1.ஏதேனும் ஒன்றனுக்கு இடஞ்சுட்டிப் பொருள் விளக்கம் தருக:

(தமிழ் பொழில் - 1(1 out of 2)  (1 x 10 = 10)

(1) சாதிக் கொடுமைகள் வேண்டாம் – அன்பு

       தன்னில் செழித்திடும் வையம்.

(2) எத்தனை பிறவி எடுக்கினும் அவற்றுள் 
    ஈகையும் செல்வமும் எய்தி

(3) நண்பனாய் மந்திரியாய் நல்லா சிரியனுமாய்

      பண்பிலே தெய்வமாய்ப் பார்வையிலே சேவகனாய்

      எங்கிருந்தோ வந்தான் இடைச்சாதி என்று சொன்னான்

      இங்கிவனை யான்பெறவே என்னதவம் செய்துவிட்டேன்!

(4)  பட்டினி யாக இறந்திடினும் – நாங்கள்

    பாவம் பழிசெய்ய மாட்டோம் – அம்மா ! 

(5) என்ன குறை ? எங்கு வந்தீர் ?” எனக் கேட்கும்

      இன்முகமாய்க் குலவுகின்ற எளிமை வேண்டும்.”

நட்பு’ அதிகாரத்தில் உள்ள திருக்குறள்களுக்கான விளக்கங்களை படித்து கொள்ளவும்.


2.ஏதேனும் ஒரு வினாவிற்கு விடை தருக:

(தமிழ் பொழில் - 1) (1 out of 3) (1x15=15)

1.நட்பு பற்றி திருவள்ளுவர் கூறும் கருத்துகளைத் தொகுத்து வரைக.

2. நட்பாராய்தல் பற்றி திருவள்ளுவர் கூறும் கருத்துகளைத் தொகுத்து வரைக.

3. கண்ணன் என் சேவகன் என்று பாரதியார் கூறும் கருத்துகளைத் தொகுத்து எழுதுக.

4. முரசு மூலம் பாரதியார் விடுக்கும் செய்திகள் பற்றி தொகுத்து எழுதுக

5. புத்தகச்சாலை என்ற தலைப்பில் புரட்சி கவிஞர் பாரதிதாசன் கூறும் கருத்துக்களைத் தொகுத்து வரைக.

6. செல்வச் சிறுமியரின் களிப்பை கவிமணி தேசிக விநாயகம் பிள்ளை எங்ஙனம் வர்ணிக்கின்றார்?

7. படிப்பினைப்பற்றி கவிஞர் நாமக்கல் இராமலிங்கம் பிள்ளை கூறுவதை தொகுத்து எழுதுக.


3.ஏதேனும் ஒன்றனுக்கு இடஞ்சுட்டிப் பொருள் விளக்கம் தருக:

(தமிழ் பொழில் - 1(1 out of 2)  (1 x 10 = 10)

(1) “இந்தஉத்தி யோகம் என்ன பெரிதா – நெஞ்சே !

      இதுபோனால் நாம்பிழைப்பது அரிதா?”

(2) “துறவியாக வாழ்பவருக்குக் குலமும் கிடையாது:

      கோத்திரமும் கிடையாது: பழிப்பவர் பழிக்கட்டும்.”

(3) “மானம் இழந்தபின் வாழாமை முன்இனிது.”

(4) சுயராஜ்யம் எனது பிறப்புரிமை; அதனை நான் அடைந்தே தீருவேன்.”

(5) மதியாதார் முற்றம் மதித்து ஒருகால் சென்று

        மிதியாமை கோடியுறும்.”


4.ஏதேனும் ஒரு வினாவிற்கு விடை தருக:

(தமிழ் பொழில் - 1) (1 out of 3) (1 x 15 = 15)

1. உத்தம நண்பர் பற்றி ஆசிரியர் கூறும் கருத்துகள் யாவை ?

2.  “இனியவை நாற்பது” கூறும் கருத்துகள் யாவை?

3. குமரகுருபரர் : குறிப்பு வரைக.

4. மேதை வேதநாயகம் பற்றிக் கட்டுரை வரைக.

5. கரிகால் வளவனின் சிறப்புகள் தொகுத்து எழுதுக.


AUGUST 2024 DBHPS CHENNAI VISHARADH POORVARDH EXPECTED QUESTION PAPER

राष्ट्रभाषा विशारद पूर्वार्द्ध - 1 RASHTRABHASHA VISHARAD POORVARDH – 1 नवीन गद्य चयनिका - 2 1. किन्हीं चार अवतरणों की सप्रस...